बिल्सी।
राष्ट्रीय आरक्षण आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश प्रजापति ने एक प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से 17 अति पिछड़ी जातियों के लोगों से 11 दिसंबर की सुबह 10 बजे दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में से हिस्सेदारी लेने की अपील की है उन्होंने कहा कि 24 जून 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार ने 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश दिया था किंतु बाद में प्रदेश सरकार ने अपने ही आदेश को निरस्त कर दिया जिससे सामाजिक आर्थिक शैक्षिक रूप से अति पिछड़ी 17 जातियां कुम्हार, प्रजापति ,केवट ,निषाद धीवर ,बिंद ,भर ,राजभर, बाथम तोरहा , धीमर,गोडिया ,मांझी, मछुआ का भविष्य अंधकारमय हो गया तथा उनकी आशाओं पर तो पानी फिर गया| उन्होंने कहा कि उपरोक्त 17 जातियों की स्थिति अनुसूचित जातियों जैसी ही है और यह जातियां अनुसूचित जातियों की श्रेणी में रखे जाने की अहर्ता रखती है |
पिछली प्रदेश सरकारों ने उन्हें अनुसूचित जाति की श्रेणी में रखने की संस्तुति केंद्र सरकारों को भेजी किंतु उन्हें हमेशा ठंडे बस्ते में रख दिया गया और कोई कार्यवाही नहीं की गई इससे क्षुब्ध होकर कश्यप ,निषाद ,बिंद, मांझी प्रजापति ,राजभर, कुम्हार महासंघ ने अपनी दशकों पुरानी मांग के समर्थन में 11 दिसंबर को दिल्ली जंतर मंतर पर सुबह 10 बजे से एक विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया है इस अवसर पर अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र महामहिम राष्ट्रपति महोदय को दिया जाएगा |
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सांसद विषम्भर निषाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री संखलाल मांझी पूर्व राज्यमंत्री पप्पू निषाद, पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी राजभर पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाराम प्रजापति सत्यवीर सिंह प्रजापति और कम से कम 20 से 30 पूर्व विधायक व मंत्री कड़ी मेहनत कर रहे है। मैं स्वयं अपनी पूरी टीम के साथ दिल्ली में होने वाले इस धरने में जाऊंगा।
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