बदायूं। जनपद के समस्त व्यक्ति मन में ठान ले कि बाजार से कोई भी वस्तु पॉलीथीन में नहीं लाएंगे। पॉलिथीन इस्तेमाल करने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलती है। बाजार से सामान लाने के लिए कपड़े तथा कागज के थैले का इस्तेमाल करें। भंडारे तथा शादियों में प्लास्टिक के पत्तल एवं गिलासो का प्रयोग न करें। समस्त जनपद वासी वातावरण को स्वच्छ एवं सुंदर रखने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करें।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य एवं जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह सहित व्यापारी संगठन के पदाधिकारी चेयरमैन आदि गणमान्य लोगों के साथ प्लास्टिक पॉलिथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध एवं वृक्षारोपण के संबंध में गोष्टी का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष ने कहा कि सभी लोग मन में यह संकल्प लें कि कोई भी वस्तु प्लास्टिक के थैले में नहीं लाएंगे। बाजार से वस्तुएं लाने के लिए कपड़े तथा कागज के थैले का ही प्रयोग करें। पॉलीथिन के प्रयोग से शहर में गंदे नाले चौक हो जाते हैं जिससे जलभराव हो जाता है और लोग बीमार पड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि भंडारों में प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के पत्तल कथा गिलास का प्रयोग न करें। भण्डरा करने वाले लोगों को भारतीय जनता पार्टी निःशुल्क पेड़ के पत्ते से बने पत्तल तथा मिट्टी के बने पानी पीने वाले वर्तन उपलब्ध कराएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी लोग संकल्प के साथ घर मोहल्लों में जाकर एक दूसरे लोगों को जागरूक करेगी ना पॉलीथिन का प्रयोग करेंगे और ना ही करने देंगे। पॉलीथिन के प्रयोग से जगह-जगह जलभराव तथा वातावरण दूषित होता है जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं। सभी लोग यह सुनिश्चित कर लें अपने परिवार में कोई भी वस्तु पॉलिथीन के बैग में नहीं लाएंगे। डीएम ने इस महा अभियान को सफल बनाने के लिए आवाहन किया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी लोगों की सहभागिता नहीं है तब तक अभियान सफल बनाना संभव नहीं है। अब सामूहिक विवाह में प्लास्टिक तथा पॉलिथीन का प्रयोग नहीं किया जाएगा। पॉलीथिन का प्रयोग बंद करके गांव मोहल्ले शहर को साफ-सुथरा एवं सुंदर बनाना है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए वृक्षारोपण जरूर करें। पेड़ लगाने से शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है। मनुष्य के जीवन में पेड़ बहुत महत्वपूर्ण हैं पेड़ के लिए जीवन संभव नहीं है। सभी लोग घर के अंदर तथा बाहर जहां भी जगह हो वृक्षारोपण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि वृक्ष लगा देना ही वृक्षारोपण नहीं है उसकी प्रतिदिन देखरेख की जाए, तभी अभियान सफल बनेगा। जहां भी जगह मिले वहां पर छायादार एवं फलदार वृक्ष अवश्य लगाएं। जिला उद्यान अधिकारी आरएन वर्मा ने बताया कि सरकार की योजना है कि फलदार बाग लगाने के लिए किसानों को पेड़, गढ्डा खोदने तथा मेंटेनेंस के लिए अनुदान दिया जाएगा। फलदार पौधों की चार पौधशालाएं हैं जिसमें लगभग एक लाख 60 हजार पेंड उपलब्ध है। वन प्रभाग निदेशक एवं सामाजिक वानिकी प्रभाग ईशा तिवारी ने बताया कि जनपद में 15 पौधशाला है जिनमें लगभग नौ लाख पौधे उपलब्ध है। लोगों को वृक्षारोपण के लिए पेंड आसानी से मिलेंगे। उन्होंने बताया कि एक वर्षीय पौध की थैली की दर सात रुपए, पिण्डी 15 रुपए, दो वर्षीय पौध की थैली नौ रुपए एवं पिण्डी 23 रुपए, शोभाकार पौध, गुलमोहर, जैकरेन्डा, अमलताश, सिल्वर ओक, पेल्टोपोरम, बोगेनबिलिया आदि 23 रुपए, अतिविशिष्ठ पौध अशोका पेण्डुला, सीताअशोक, मौलश्री आदि 45 रुपए, क्लोनल विधि द्वारा उगाए गए शीशम नौ रुपए, यूकेलिप्टस, पॉपुलर 24 रुपए, हाईटेक पौधशाला में उगाई जाने वाली पौध 10 रुपए, आठ से 12 फीट ऊँची पौध की दर 80 रुपए है। इसके अलावा उद्यान अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आम कलमी 20051 की दर 39 रुपए प्रति पौधा, अमरूद कलमी 20099 की 29 रुपए, नीबू यूरेका 23757 की 20 रुपए, अनार कलमी 2326 की 17 रुपए, बीजू पौधों में नीबू कागजी 27951 , करौंधा 19457, कटहल 16260, बेल 2000, जामुन 17797 की दर 8 प्रतिपौधा है। इसे नगद मूल्य/चेक के माध्यम से राजकीय पौधशाला बदरपुर, रौली, सकरी एवं गभियाई से प्राप्त कर सकते हैं। फलदार पेड़ो की जानकारी के जिला उद्यान अधिकारी के मोबाइल नंबर 9412451589 तथा छायादार पेड़ो लिए डीएफओ के मोबाइल नंबर 7839435122 पर पेड़ों के संबंध में जानकारी ले सकते है। इस अवसर पर नगर अध्यक्षा दीपमाला गोयल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट संजय कुमार सिंह, व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील धींगड़ा, पूनम गुप्ता, नारी निखार जनकल्याण समिति रजनी मिश्रा, सहित आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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