बदायूं।
जनपद में चिकित्सा का लाभ मरीजों को भले ही कशमकश के साथ मिल रहा हो लेकिन सरकारी व्यवस्थाओं से परेशान होकर मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के शरण में जाने को मजबूर हैं।उघैती थाना क्षेत्र के गांव सिद्ध बरौलिया में शनिवार की रात तिलकधारी के डेढ़ वर्षीय बेटे अरुण की तबीयत खराब हो गई। चिकित्सक ना होने की वजह से तिलकधारी के परिवार वाले बंगाली के क्लीनिक पर पहुंचे। बंगाली ने एक इंजेक्शन लगा दिया। घर पहुंचने से कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इस तरह की घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमा लापरवाह बना बैठा है।
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