खितौरा/बदायूं।
कहते हैं कि पुलिस बड़ी निर्दयी होती हैं किसी की दुख परेशानी नही समझती हैं, पुलिस पर तरह तरह के आरोप लगते रहते हैं,लेकिन इन सब के उलट उघैती थाना पुलिस अपनी स्वच्छ कार्यप्रणाली से क्षेत्र की जनता में अलग पहचान बनाने की कोशिश कर रही हैं । उप निरीक्षक सुशील पवार कास्टेबल जोनी भाटी के साथ गस्त करते हुए ग्राम सदरूद्दीन नगर में पहुंचे तो एक बुजुर्ग व्यक्ति जिसका नाम रामदास उर्फ जंगली पुत्र नन्नूकी व छोटे-छोटे बच्चे जिनमें दो लड़की सुमन उम्र 7 वर्ष कविता उम्र 4 वर्ष व तीन लड़के शिवम उम्र 8 वर्ष विवेक उम्र 5 वर्ष दिलीप उम्र 3 वर्ष बुजुर्ग व्यक्ति से जन्माष्टमी के त्यौहार पर कपड़े दिलाने की जिद कर रहे थे। जब हम लोग पास पहुंचे तो जानकारी की तो पता चला कि रामदास उर्फ जंगली का एक लड़का जिसका नाम सोमपाल था एक साल पहले उसकी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गया थी सोमपाल की पत्नी ममता अपने पांचों बच्चों को छोड़कर कहीं और जाकर रहने लगी थी अब यह पांच बच्चे अपने बाबा रामदास के साथ रहते हैं। रामदास ने बताया कि मेरी उम्र अब बहुत ज्यादा हो गई है आंखों से कम दिखाई पड़ता है। मेहनत मजदूरी नहीं कर सकता इसलिए इन पांचों बच्चों को कपड़े खरीदने के लिए मेरे पास पैसे नहीं है तभी उपनिरीक्षक व कांस्टेबल जॉनी भाटी के द्वारा कस्बा उघैती पहुचकर इन बच्चों के लिए कपड़े चप्पल फल मिठाई नगद कुछ रुपये सहित घरेलू सामान खरीदा गया ,सारा सामान खरीद कर जब यह दोनों लोग यह सामान देने के लिए रामदास उर्फ जंगली के घर पहुंचे तो इस सामान को देखकर बच्चों के चेहरे पर बहुत खुशी दिखाई दी दोनो पुलिसकर्मियों को भी इन लोगों के साथ जन्माष्टमी का त्योहार मनाकर खुशी मिली की दोनो पुलिकर्मियों की वजह से इन बच्चों के चेहरे पर इस जन्माष्टमी के पर्व पर मुस्कान दिखाई दी और इन बच्चों व उनके बाबा रामदास ने भी पुलिसकर्मियों के साथ इस जन्माष्टमी के त्यौहार को खुशी-खुशी मनाया ।
रिपोर्टर
रिंकू भारद्वाज
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