शनि की साढ़ेसाती क्या है, 3 राशियों को कब मिलेगी राहत, जानिए विस्तार से - FULLSKY NEWS

FULLSKY NEWS - India's most trusted Autobloging Blogspot For Latest Breaking News And Headlines

Breaking

Saturday, March 12, 2022

शनि की साढ़ेसाती क्या है, 3 राशियों को कब मिलेगी राहत, जानिए विस्तार से

Shani Stotram

शनि की साढ़ेसाती का असर अच्छा भी होता है और बुरा भी। यह व्यक्ति की कुंडली की दशा, साढ़ेसाती के चरण और व्यक्ति के कर्म पर निर्भर करता है कि इसका उसे लाभ होगा या नुकसान। आओ जानते हैं कि अगले माह अप्रैल में कि 5 राशियों को मिलेगी साढ़े साती से राहत और क्या होती है शनि की साढ़े साती।
 

 

शनि की साढ़े साती क्या होती है ( What is the Shani Ki Sade Sati ) : साढ़े साती यानी साढ़े 7 वर्ष की कालावधि। शनि सभी 12 राशियों में घूमने के लिए 30 साल का समय लेता है यानी एक राशि में शनि ढाई वर्ष रहता है। जब कुंडली में जन्म राशि अर्थात चंद्र राशि से 12वें स्थान पर शनि का गोचर प्रारंभ होता है तो इसी समय से जीवन में साढ़ेसाती का आरंभ होता है। क्योंकि शनि एक राशि में ढाई वर्ष तक स्थित रहता है इसलिए 3 भावों को कुल मिलाकर 7.5 वर्षों के समय अंतराल में पूर्ण करता है इसी कारण शनि के इस विशेष गोचर को साढ़ेसाती कहा जाता है। साढ़ेसाती के अलावा शनि जब जन्म राशि यानि जन्म कुंडली में स्थित चंद्रमा से चतुर्थ भाव, अष्टम भाव में भ्रमण करता है तो उसे छोटी साढ़ेसाती या ढैय्या कहते हैं। यदि शनि ग्रह किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के बारहवें, पहले, दूसरे और जन्म के चंद्र के ऊपर से होकर गुजरे तो उसे शनि की साढ़े साती कहते हैं।

 

कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण में पारिवारिक जीवन और तीसरे चरण में सेहत पर सबसे ज्‍यादा असर डालता है। ढाई-ढाई साल के इन 3 चरणों में से दूसरा चरण सबसे भारी पड़ता है। शनि की साढ़े साती को 3 चरण में बांटा गया है। पहला चरण धनु, वृ्षभ, सिंह राशियों वाले जातकों के लिए कष्टकारी, दूसरा चरण सिंह, मकर, मेष, कर्क, वृश्चिक राशियों के लिए कष्टकारी और आखिरी चरण मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, मीन राशि के लिए कष्टकारी माना गया है। अर्थात यदि मान लो कि धनु राशि जातकों को शनि की साढ़े साती लगी है तो उनके लिए पहले चरण कष्‍टकारी होती है। इसी तरह सिंह के लिए दूसरा चरण और मिथुन के लिए तीसरा चरण कष्टकारी होता है।

 

भाव और लग्न ( Sade Sati Effects of horoscope ) : शनि की साढ़े साती का सबसे बुरा प्रभाव छठे, आठवें और बारहवें भाव में माना गया है। मकर, कुंभ, धनु और मीन लग्न में साढ़ेसाती का प्रभाव उतना बुरा नहीं होता जितना कि अन्य लग्नों में होता है।

Shani in kumnha 2022

Shani in kumnha 2022

किन 3 राशियों को मिलेगी राहत : धनु, तुला और मिथुन।

 

29 अप्रैल 2022 को शनि मकर से कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश से मीन, कुंभ और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती तथा कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या लगेगी। शनि के प्रभाव में धनु, तुला, मिथुन, मकर और कुंभ राशि पहले से हैं। वर्तमान में शनि ग्रह के मकर राशि में रहने के कारण धनु, मकर और कुंभ इन तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) चल रही है जबकि मिथुन और तुला पर ढैय्या (Dhaiya) चल रही है।

 

धनु को मिलेगी साढ़ेसाती से मुक्ति : 29 अप्रैल को शनि के कुंभ राशि में आने से धनु राशि से साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी। दूसरी ओर तुला और मिथुन राशि से ढैय्या का असर खत्म हो जाएगा। शनि ग्रह अगले वर्ष 29 अप्रैल 2022 को मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में आ जाएंगे, तब धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिलेगी, परंतु 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद तब 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी और मिथुन राशि वालों को ढैया से मुक्ति मिलेगी। आपके लिए शनि का मिलाजुला असर रहेगा।

 

तुला और मिथुन को मिलेगी ढैय्या से मुक्ति : कुंभ में गोचर से धनु से साढ़ेसाथी हटेगी और तुला एवं मिथुन वालों को शनि की ढैया से मुक्ति मिलेगी। वर्तमान में शनि ग्रह के मकर राशि में रहने के कारण वर्ष 2021 में धनु, मकर और कुंभ इन तीन राशियों पर साल 2021 में शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) चल रही है जबकि मिथुन और तुला पर ढैय्या (Dhaiya) चल रही है। 29 अप्रैल 2022 को इन्हें ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। 17 जनवरी 2023 से शनि के मार्गी होने पर तुला और मिथुन राशि से पूरी तरह ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाएगा। तुला राशि पर शनि की ढैय्या 24 जनवरी 2020 से चल रही है। 



from ज्योतिष https://ift.tt/Sxf4l20
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages