रविवार का महत्व : रविवार भगवान विष्णु और सूर्यदेव का दिन होता है। इस दिन को सबसे शुभ माना जाता है। रविवार की प्रकृति ध्रुव है। रविवार को सूर्य अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए होता है। जैसे पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्ण प्रकाशवान होता है उसी तरह रविवार के दिन सूर्य प्रकाश का अधिक होता है। सूर्य के प्रकाश में ही हर तरह के रोग को मिटाने की क्षमता होती है। प्रतिदिन प्रात:काल सूर्य के समक्ष कुछ देर खड़े रहने से सभी तरह के पौषक तत्व और विटामिन की पूर्ति होने की संभावन बढ़ जाती है। जिस तरह सावन में सोमवार का महत्व है, ठीक उसी प्रकार भादों में रविवार का महत्व है।
रविवार का उपवास रखने से क्या होगा | ravivar ka upvas rakhne se kya hota hai:
- अच्छा स्वास्थ्य व तेजस्विता पाने के लिए रविवार के दिन उपवास रखा जाता है।
- धन, यश, सेहत और तेजस्विता पाने के लिए 30 रविवार तक व्रत रखें।
- रविवार को एक समय व्रत रखकर उत्तम भोजन या पकवान बनाकर खाना चाहिए जिससे शरीर को भरपुर ऊर्जा मिलती है। लेकिन उपर से नमक नहीं खाना चाहिए।
- इस दिन चावल में दूध और गुड़ मिलाकर खाते हैं जिससे सूर्य के बुरे प्रभाव दूर होते हैं।
- रविवार को व्रत रखकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इससे रोग मिटते हैं और आंखों की ज्योति बढ़ती है।
- रविवार का उपवास बल, पराक्रम, यश, उत्साह एवं नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है और धन प्राप्ति के रास्ते भी खोलता है।
- जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति और शत्रुओं से सुरक्षा के लिए रविवार का व्रत सर्वश्रेष्ठ बताया गया है।
- रविवार का व्रत रखने से मान-सम्मान और धन-यश बढ़ता है।
- रविवार का व्रत करने व कथा सुनने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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