Shraddha paksha 2023: एकादशी के श्राद्ध की खास बातें, जानिए शुभ मुहूर्त - FULLSKY NEWS

FULLSKY NEWS - India's most trusted Autobloging Blogspot For Latest Breaking News And Headlines

Breaking

Monday, October 9, 2023

Shraddha paksha 2023: एकादशी के श्राद्ध की खास बातें, जानिए शुभ मुहूर्त

 

Shraddha paksha : इन दिनों पितृ पक्ष चल रहा है और सोमवार, 9 अक्टूबर 2023 को एकादशी तिथि का श्राद्ध मनाया जाएगा। हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष की 16 तिथियां होती हैं। उनमें से कुछ तिथियां बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। उन्हीं तिथियों में एकादशी तिथि का श्राद्ध बहुत ही खास माना गया है। श्राद्ध पक्ष में पिंडदान और तर्पण जरूर करना चाहिए। भले ही इस तिथि को आपके किसी दिवंगत की तिथि न हो फिर भी श्राद्ध करना चाहिए। 

 

आइए जानते हैं यहां श्राद्ध पक्ष की एकादशी की खास बातें और पूजन के शुभ मुहूर्त...

 

1. एकादशी तिथि को संन्यास लेने वाले व्य‍‍‍क्तियों का श्राद्ध करने की परंपरा है।

 

2. इस दिन शालिग्राम की मूर्ति का पूजन करें, ब्राह्मणों को भोजन कराने और पितरों का तर्पण करने से सभी तरह के संकट दूर हो जाते हैं और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि बढ़ती है। रुके हुए सभी कार्य पूर्ण हो जाते हैं। 

 

3. एकादशी तिथि के दिन श्राद्ध का दान किया गया है तो यह सर्वश्रेष्ठ दान है।

 

4. एकादशी तिथि का श्राद्ध करने वालों को समस्त वेदों का ज्ञान प्राप्त होता है।

 

5. एकादशी के श्राद्ध करने वालों के सम्पूर्ण पापकर्मों का विनाश हो जाता है

 

6. एकादशी का श्राद्ध करने वाला निरंतर ऐश्वर्य की प्राप्ति करता है।

 

7. एकादशी तिथि का श्राद्ध करने से ऋषि और संन्यासियों को आशीर्वाद मिलता है।

 

8. एकादशी का श्राद्ध करने से पितरों को अधोगति से मुक्ति मिलती है।

 

9. माना जाता है कि यदि आपके कोई पूर्वज जाने-अंजाने हुए अपने पाप कर्मों के कारण यमलोक में अपने कर्मों का दंड भोग रहे हैं तो इस एकादशी पर विधिपूर्वक व्रत करके इस व्रत के पुण्य को उनके नाम पर दान कर दिया जाए तो उन्हें इस दंड से छुटकारा मिलकर स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

 

10. इस दिन व्रत रखकर श्राद्ध कर्म करने से पितरों के देव अर्यमा और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।

 

11. इस एकादशी का व्रत रखने और श्राद्ध करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।

 

12. इस दिन पूजा करके आप जाने-अनजाने में हुए अपने पाप कर्मों से छुटकारा भी पा सकते हैं।

 

13. इस एकादशी पर गाय, कौए, कुत्ते, चींटी, मछली को भी भोज्य कराएं और साथ ही पीपल देव के नीचे अन्न जल रखें। उपरोक्त सभी पहले देवताओं को अग्निग्रास दें। इस कर्म से एकादशी का फल दोगुना हो जाएगा और सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है।

 

14. एकादशी के दिन व्रत भी रखा जाता है। अत: इस दिन इंदिरा एकादशी का व्रत रखा जाता है। 

 

एकादशी श्राद्ध सोमवार, 9 अक्टूबर 2023 के शुभ मुहूर्त :

 

आश्विन कृष्ण एकादशी तिथि का प्रारंभ- 9 अक्टूबर 2023 को 04.06 ए एम से

एकादशी तिथि की समाप्ति- 10अक्टूबर 2023 को 06.38 ए एम पर।

 

कुतुप मुहूर्त- 10.52 ए एम से 11.41 ए एम

अवधि- 00 घंटे 49 मिनट्स

 

रौहिण मुहूर्त- 11.41 ए एम से 12.30 पी एम

अवधि- 00 घंटे 49 मिनट्स

 

अपराह्न काल- 12.30 पी एम से 02.57 पी एम

अवधि- 02 घंटे 27 मिनट्स

 

आज का शुभ समय

ब्रह्म मुहूर्त- 03.35 ए एम से 04.22 ए एम 

प्रातः सन्ध्या 03.58 ए एम से 05.09 ए एम

अभिजित मुहूर्त- 10.52 ए एम से 11.41 ए एम 

विजय मुहूर्त- 01.19 पी एम से 02.08 पी एम

गोधूलि मुहूर्त- 05.24 पी एम से 05.47 पी एम 

सायाह्न सन्ध्या 05.24 पी एम से 06.34 पी एम

अमृत काल 07.27 पी एम से 09.15 पी एम 

निशिता मुहूर्त- 10.53 पी एम से 11.40 पी एम

 

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

ALSO READ: Sarvapitri amavasya 2023 : सर्वपितृ अमावस्या पर तर्पण और भोजन कैसे पहुंचता है पितरों तक?


ALSO READ: Sarvapitri amavasya : पितृ पक्ष में ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए या नहीं?




from ज्योतिष https://ift.tt/TUz4xKG
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages