बदायूँः विकास खंड के समस्त ग्राम पंचायतों में एक-एक गौशाला का मनरेगा से निर्माण कराया जाए। सहायक विकास अधिकारी राज नारायण सिंह के कार्यालय में ताला पड़ा मिला और सहायक लेखाकार सुधीर गुप्ता, स्वीपर जय प्रकाश एवं ड्राइवर उमेश अनुपस्थित मिले। अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लिया जाए। विकास खंड परिसर में गंदगी देखकर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए परिसर को साफ सुथरा एवं सुंदर कराने के निर्देश दिए।
शनिवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने विकासखंड आसफपुर का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय परिसर में गंदगी होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए खंड विकास अधिकारी शंकर लाल पाल को कड़े निर्देश दिए कि परिसर को साफ-सुथरा एवं सुंदर बनाए। परिसर में थर्माकोल एवं प्लास्टिक के गिलास पड़े मिलने पर कहा कि अभी यहां पर पूर्णतया थर्माकोल एवं प्लास्टिक बिक्री बंद नहीं हुई है, जो भी दुकानदार बिक्री करते हैं उनके विरुद्ध विरुद्ध तत्काल उप जिलाधिकारी कार्रवाई करें। उन्होंने परिसर में बोर्ड अव्यवस्थित तरीके से लगे होने पर खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सड़क के एक साइड से व्यवस्थित ढंग से बोर्ड लगवा कर परिसर में टाइल्स लगाए जाएं। डीएम ने राजबहादुर की सेवा पुस्तिका का अध्ययन किया तो एक वर्ष से कोई एंट्री नहीं मिली। वरिष्ठ सहायक अहमद अली की जीपीएफ पासबुक में भी अधूरी इंट्री मिलने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका एवं जीपीएफ पासबुक में पूर्णतया एंट्री समय से होनी चाहिए। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि विकासखंड आसफपुर की सभी न्याय पंचायतों के गांवों में मनरेगा से गौशाला बनवाया जाए। गौशाला निर्माण हो जाने से इधर उधर लावारिस घूमने वाले पशुओं को उसी में रखा जाए जिससे किसानों की फसल का नुकसान बचेगा। प्रधानमंत्री आवास निर्माण में लाभार्थी को मनरेगा के अंतर्गत 90 दिनों की मजदूरी दी जाए। डीएम ने विधायक निधि में 36 लाख 27 हजार 971 रुपए शेष बच्चे होने पर असंतोष जताते हुए कहा कि विधायक निधि से कराए गए कार्यों की एसडीएम के माध्यम से जांच कराई जाए।
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