प्रत्येक ब्लॉक में विकसित होंगी दस इनोवेटिव पाठशाला
* परियोजना निदेशक ने आईपी के लिए जारी किए निर्देश
*चिन्हित स्कूलों के सभी शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
खितौरा/बदायूं।
राज्य परियोजना निदेशक ने शून्य निवेश नवाचार एवं इनोवेटिव पाठशाला के प्रथम चरण की सफलता को देखते हुए इसे वर्तमान सत्र में भी जारी रखने का फैसला किया है। निदेशक विजय किरन आनन्द ने शून्य निवेश नवाचार से सम्बन्धित जिलों के बीएसए को निर्देश दिया है कि प्रत्येक ब्लॉक से दस परिषदीय स्कूलों को चिन्हित कर इनोवेटिव पाठशाला के रूपमें विकसित किया जाएगा। इसके अलावा नवाचार आधारित प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इनोवेटिव पाठशाला एवं शून्य निवेश नवाचार के अन्तर्गत बदायूं को भी शामिल किया गया है।
राज्य परियोजना निदेशक ने आदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्था अरबिन्दो सोसाइटी एवं जिला परियोजना कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गतिविधियों के जरिए प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जाएगा। शून्य निवेश नवाचार के अन्तर्गत प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय से एक सक्रिय शिक्षक को नवाचार पुस्तिका पर आधारित नवाचारों का विद्यालय में क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। जनपद स्तर पर एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें चिन्हित विद्यालयों के शिक्षक तैयार किए गए टीएलएम एवं नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले कराए गए प्रशिक्षण को लागू करने वाले शिक्षक अपना फीडबैक एक फार्म के जरिए बीआरसी पर जमा करेंगे। इनोवेटिव पाठशाला के प्रोजेक्ट को गति देने का निर्णय लिया गया है। तय किया गया है कि प्रत्येक विकास खंड से दस विद्यालयों को चिन्हित कर उन्हें इनोवेटिव पाठशाला के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। शिक्षक इनोवेटिव पाठशाला की ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर ऐप्लीकेशन में उपलब्ध शिक्षण सामग्री का प्रयोग शिक्षण कार्य में करेंगे।
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